इस किताब को पढ़ने की निय्यतें ,
अल मदीनतुल इल्मिय्या का तआरुफ़ (अज़ अमीरे अहले सुन्नत ),
पहले इसे पढ़ लीजिये ,
हालते मुअल्लिफ़ ,
मुक़द्द्मा,
शिर्क करना ,
कत्ले नाहक ,
जादू करना ,
नमाज़ छोड़ देना ,
ज़कात न देना ,
वालिदैन की न फ़रमानी करना ,
सूद ,
जुल्मन यतीम का माल खाना ,
रसूलल्लाह ﷺ पर झुट बाधना ,
रमजान के रोज़े बिला उज़्र छोड़ देना ,
मैदान जिहाद से भाग जाना ,
ज़िना करना ,
हाकिम का अपनी रिआया को धोका देना और उन पर ज़ुल्मो ज़ब्र करना ,
शराब पीना ,
तकब्बुर करना,फख्र करना,शैखी मरना और खुद पसन्दी में मुब्तला होना ,
झुटी गवाही देना ,
लिवातत ,
पाक दामन औरत पर ज़िना की तोहमत लगाना ,
माले गनीमत बैतूल माल और ज़कात के माल में ख़ियानत करना ,
नाजाइज़ व बातिल तरिके से लोगों क माल ले कर ज़ुल्म करना ,
चोरी करना ,
डाका डालना ,
झुटी कसम खाना ,
झुटी बोलना ,,
ख़ुदकुशी करना ,
क़ुरआनो सुन्नत के खिलाफ फैसला करना ,
दय्यूसी ,
मर्दो का ज़नानी और औरतों का मर्दानी वज़अ अपनाना ,
हलाला करना ,
मुर्दार,खून और सुअर का गोश्त खाना ,
पेशाब से न बचना ,
नाजाइज़ टॅक्स वुसूल करना ,
रियाकारी ,
खियानत करना ,
दुन्या के लिये इल्म सीखना और इल्म छुपाना ,
एहसान जताना ,
तक़दीर को झुट लाना ,
लोगो की खुफ्या बाटे सुनना ,
ला’नत भेजन ,
अमीर के साथ अह्द शिकनी वग़ैरा करना ,
कहिन और नुज़ूमी को सच्चा जानना ,
शोहर की न फ़रमानी करना ,
रिश्तीदारो से तअल्लुक़ तोड़ना ,
कपड़े या दीवार वगौरा में तस्वीर बनाना ,
चुगली ,
नौहा करना और चेहरा पीटना ,
नसब पर ता ’न करना ,
बग़ावत व सरकशी करना ,
मुसलमान पर नाहक ख़ुरूज करना और कबीरा गुनाह के मुर्तकिब को काफिर करार दिन ,
मुसलमान को अज़िय्यत देना और बुरा भला कहना ,
औलियाउल्लाह को अज़िय्यत देना और उन से अदावत रखना ,
फख्र व गुरुर से तहबन्द वगैरा लटकाना ,
मर्द का रेशमी लिबास पहनना और सोना इस्तीमाल करना ,
गुलाम का भाग जाना ,
गैरुल्लाह का नाम ले कर ज़ब्ह करना ,
पराई ज़मीन पर कब्ज़ा करने के लिए ज़मीन के निशानात मिटाना ,
सहाबए किराम (a r) को बुरा भला कहना ,
अन्सार को बुरा भला कहना ,
गुमराही की तरफ बुलाना या बुरा तरीका इज़ाद करना ,
बल जोड़ना,दात कुशागा करना और गुदना ,
हथयार से मुसलमान को ईशारा करना ,
खुद को अपने बाप के इलावा की तरफ मन्सूब करना ,
बद शुगुनि ,
सोने चांदी के बरतनो में खाना पीना ,
नाहक झगड़ना ,दूसरे को हक़ीर समझ कर उस के कलाम में ता’न करना, इन्तिहाई दुश्मनी रखना और हक ,जाने बिगैर काज़ी का वकील बनना ,
गुलाम को ख़स्सी करना, नाक काटना और इस पर ज़ुल्मो सितम करना ,
माप तोल में डन्डी मरना ,
अल्लाह तआला की खुफ्या तदबीर से बे ख़ौफ़ होना ,
रहमते खुदावन्दी से न उम्मीद होना ,
मोहसिन की नाशुक्री करना ,
बचा हुवा पानी रोकना ,
अलामत के लिए जानवर का चेहरा दागना ,
जुवा खेलना ,
हरम में बे दीनी फैलाना ,
नमाज़े जुमुआ तर्क करना ,
मुसलमानो की जासूसी करना और इन के पोशीदा उमूर पर दुसरो को आगाह करना ,