श्री हनुमानजी की, श्री साईं बाबा की,
शनि देवजी की, श्री कुंज बिहैरी,
काली माता की, श्री ब्रहस्पति देव,
श्रीसंतोषी माता, शिव जी की, भगवान गणेश,
सुर्य की, सीता जी की, श्री राधा जी की,
संतोशी माता की, विष्णु जी की,
श्रीरामचंद्रजी की, श्री दुर्गा माता की,
श्री सरस्वती स्तोत्रं, चामुण्डे देवे च,
लक्ष्मी जी की, श्रीसत्यनारायणजी की,
श्री रानी सती जी की, श्री श्यामबाबा की,
सरस्वती माता की, श्री कृष्ण की जय,
गायत्री माता की, देवे अन्नपूर्णा की
काली माता की, पार्वती जी की आरती
इत्यादि