ajvain ke fayde
अजवाइन न सिर्फ खाने कास्वाद बढ़ाता है बल्कि उसके औषधीय गुण खाने को और भी पौष्टिकारक बनाता हैजिससे वह आपके सेहत को कई तरह से फायदा पहुँचाने में सक्षम हो जाता है।अजवाइन का वानस्पतिक नाम ट्रकीस्पर्मम् ऐम्मीहै और ये ऐपीएसी कुल का है और अंग्रजी में इसको दि बिशॉप्सवीड कहते हैं। अजवाइनहर भाषा मेंकई नामों से प्रचलित है, जैसे हिन्दी में अज़वाइन, अजमायन, जवाइन, जबायन, अजोवां, गुजराती में अजमो, तमिल में ओमुम, बंगाली में यमानी या जोवान, मराठी में अजमा, यवान , अंग्रेजी में एजोबा सीड्स, कैरम, अरबी में कमूने मुलुकी आदि । अजवाइन वस्तुत: ऐसे प्रांतों में उपजता है जहां केमिट्टी में नमक की मात्रा में ज्यादा होती है। अजवाइन मुख्यतः तीन प्रकारकी होती है, अजवाइन, जंगली अजवाइन, खुरासानी अजवाइन।.
अजवाइन पेटकी कई बीमारियों का रामबाण इलाज है. इसका सेवन करने से पेट दर्द, गैस, उल्टीन, खट्टी डकार और एसिडिटी में आराम मिलता है. अजवाइन, काला नमक औरसूखे अदरक को पीसकर चूरन तैयार कर लें. खाना खाने के बाद इस चूरन का सेवनकरने से खट्टी डकार और गैस की समस्याय दूर हो जाती है. पेट खराब होने परअजवाइन चबाएं.
Parsley has many properties. It can also be kept on a journey with you. It is used in many ways according to diseases. It is also used in the form of spices, powders, decoction, decoction, and extracts. If its powder is made and mixed with one-eighth part of rock salt and consumed with 2 grams of water, it is beneficial in stomach ache, indigestion, indigestion, chaos, indigestion, and diarrhea. It should be consumed thrice a day.
If the power of bishops is mixed with 2 to 4 rattis and two grams of adults, two grams of jaggery, and given three to four times a day, then the stomach worms go out. It is also beneficial in the case of urination at night. Urticaria is cured by taking the thyme with sugar three to four times in water.